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‘Vocal for Local’ से GI का हब बनी Kashi, सालाना हो रहा 25,500 करोड़ का

Video Credit: IANS INDIA - Duration: 07:10s - Published
‘Vocal for Local’ से GI का हब बनी Kashi, सालाना हो रहा 25,500 करोड़ का

‘Vocal for Local’ से GI का हब बनी Kashi, सालाना हो रहा 25,500 करोड़ का

वाराणसी, यूपी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “वोकल फॉर लोकल” विजन ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काशी को एक नई पहचान दिलाई है। मोदी के नेतृत्व में पारंपरिक और स्थानीय उत्पादों को न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी बढ़ावा मिला है। काशी क्षेत्र ने जीआई टैग में रिकॉर्ड कायम किया है। प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद यहां 24 नए उत्पादों को जीआई टैग मिला जिससे उनकी कुल संख्या 32 हो गई है। इनमें बनारसी ब्रोकेड और साड़ियां, गुलाबी मीनाकारी, मेटल रैप्यूज़ क्राफ्ट, बनारसी शहनाई, लाल पेड़ा, ठंडाई, तिरंगा बर्फी और बनारसी पान जैसे प्रोडक्ट शामिल हैं। मौजूदा वक्त में काशी क्षेत्र से 25,500 करोड़ रुपए का सालाना कारोबार हो रहा है और इससे करीब 20 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है। यह पहल न सिर्फ आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को भी वैश्विक मंच पर सम्मान दिला रही है। #VocalForLocal #AtmanirbharIndia #GIProducts #VaranasiCrafts #BanarasiSarees #BanarasiPaan #GulabiMeenakari #MetalRepousse #LaalPeda #TirangaBarfi #Thandai #TraditionalHandloom #LocalArtisans #CraftEconomy #CulturalHeritage


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