Ram Mandir और विराट होना चाहिए था – स्वामी दिलीप दास त्य

Ram Mandir और विराट होना चाहिए था – स्वामी दिलीप दास त्य
अयोध्या ( यूपी ) – अयोध्या में रघुवंश संकल्प सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी दिलीप दास त्यागी ने राम मंदिर की भव्यता के सवाल पर कहा कि हमारे यहां कहा गया है जो प्राप्त हो उसको पर्याप्त मान कर मन प्रसन्न रखना चाहिए। यह एक जीवन जीने का तरीका है। राम मंदिर भव्य, दिव्य है नव्य है। राम मंदिर के और विराट होने की परिकल्पना थी। हमको ऐसा लगता है कि सनातन धर्म में, भारत में ऐसा कोई देव स्थल नहीं है जिसके प्रति लोगों की इतनी आस्था है। राम मंदिर के प्रति लोगों का लगाव है, राम मंदिर के लिए लोगों ने इतना बलिदान दिया है इसलिए राम मंदिर को और विराट होना चाहिए था लेकिन जो है उसमें हम संतुष्ट हैं। वहीं उन्होंने अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के सरकार आने पर अयोध्या को और विकसित बनाने के बयान पर कहा कि उन्हें अभी भी प्रयास करना चाहिए। वर्तमान में वह सांसद हैं। सांसद की जो निधि है, सांसद की जो व्यवस्था है, सांसद का जो संवैधानिक अधिकार है उन्हें उसका उपयोग करते हुए अभी जो कर सकते हैं उन्हें वो करना चाहिए। भविष्य में उनकी सरकार आएगी तो जितना विकास करना चाहते हैं करें। अभी तो उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा या भारत सरकार के सहयोग से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं भविष्य के बात पर ज्यादा विश्वास नहीं करता और मैं 2047 के सपने से भी संतुष्ट नहीं हूं बल्कि मुझे 2025 भी अच्छा चाहिए। वहीं उन्होंने दो बार प्राण प्रतिष्ठा के सवाल पर कहा कि आज राम दरबार की स्थापना हुई है और यह उसकी भव्यता में एक व्यवस्था है, झांकी है। #Ayodhya #RamMandir #Awadheshprasad #RamDarbar